प्रतापपुर (सूरजपुर)। प्रतापपुर विकासखंड अंतर्गत बनारस मार्ग में स्थित घाट पेंडारी में दुर्घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। तेज ढलान के कारण आए दिन भारी वाहन अनियंत्रित होकर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं।
इसी क्रम में उड़ीसा से कोयला लोड कर बनारस मार्ग से बैढ़न जा रहा एक ट्रक जब मंगलवार की सुबह घाट पेंडारी पहुंचकर घाट की तेज व खाई से भरी खतरनाक ढलान पर उतर रहा था तो चालक ने ट्रक की गति को नियंत्रण में रखने के लिए ब्रेक लगाया पर अत्यधिक लोड होने के कारण ब्रेक ने काम नहीं किया। ब्रेक के काम न करने से ढलान पार कर रहे ट्रक की गति काफी तेज हो गई। ट्रक चालक के काबू से बाहर हो गया और घाट के सबसे खतरनाक मोड़ से लगभग दस मीटर पहले ही बाईं ओर स्थित एक पेड़ से टकराकर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। घटना में ट्रक चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना पर मौके पर पहुंचे चंदौरा थाने के प्रधान आरक्षक प्रमोद लकड़ा, आरक्षक रविन्द्र जायसवाल व प्रवीण मिश्रा ने तत्काल गंभीर रूप से घायल चालक को एंबुलेंस के जरिए प्रतापपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा जहां उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे बेहतर उपचार के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। वहीं दूसरी घटना में शुक्रवार को घाट पेंडारी में एक साथ दो ट्रक दुर्घटनाग्रस्त हो गए। शुक्रवार को रायपुर से सीमेंट लेकर बनारस मार्ग से वाड्रफनगर जा रहा एक और ट्रक भी ब्रेक के काम न करने के कारण घाट पेंडारी की तेज ढलान के तीसरे मोड़ पर अनियंत्रित होकर सामने से आ रहे एक अन्य ट्रक को टक्कर मारते हुए दुर्घटनाग्रस्त होकर क्षतिग्रस्त हो गया जिसमें ट्रक चालक का एक पैर क्रेक हो गया। वहीं दुर्घटनाग्रस्त हुए ट्रक ने सामने से आ रहे जिस ट्रक को टक्कर मारी थी उसे भी काफी नुकसान हुआ है।
★ घाट को सुगम बनाने नहीं हो रही पहल
बता दें कि लंबे समय से वाहन चालकों द्वारा हादसों वाली घाट के नाम से मशहूर घाट पेंडारी की इस घाट को आवागमन की दृष्टि से सुगम बनाने की मांग उठती रही है। बीच में इस घाट की कटिंग कर इसमें सुधार करने की बातें भी सामने आ चुकी हैं पर अभी तक इस दिशा में कोई ठोस पहल नहीं हो सकी है जिसके कारण आए दिन भारी वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने से जान और माल दोनों का बड़ा नुक़सान हो रहा है। हालांकि कुछ समय पहले केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने बनारस मार्ग के अंतर्गत अम्बिकापुर-भैसामुड़ा-वाड्रफनगर- धनवार-बम्हनी-रेनुकुट तक के मार्ग को भारतमाला परियोजना में शामिल करने की घोषणा की थी पर अभी तक इस परियोजना पर भी कोई कार्य शुरू नहीं हो सका है। बताया जा रहा है कि यदि इस परियोजना पर कार्य शुरू हो जाता है तो घाट पेंडारी की खतरनाक घाट से पूरी तरह से मुक्ति मिल सकती है।