निगम कमिश्नर व NH के अधिकारी से दो लाख रुपये मुआवजा दिलाने की मांग
अंबिकापुर @thetarget365 शहर की खस्ताहाल सड़कों व फैली रहने वाली गंदगी से हो रही परेशानियों को लेकर अधिवक्ता ने न्यायालय स्थायी लोक अदालत (जनोपयोगी सेवाएं) अंबिकापुर में वाद दायर करते हुए दो लाख रुपये मुआवजा की मांग की है। मामले में अंबिकापुर नगर निगम आयुक्त, चीफ इंजिनियर, नेशनल हाईवे, कार्यपालन अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, कार्यपालन अभियंता को प्रतिवादी बनाया गया है।
अंबिकापुर मनेन्द्रगढ़ रोड स्थित कोणार्क रेसीडेंसी पटपरिया निवासी धनंजय मिश्रा आ. स्व. चंद्रभूषण मिश्रा 42 वर्ष ने धारा 22 क (ख) विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987 के तहत प्रस्तुत आवेदन में उल्लेख किया है कि प्रतिवादियों के द्वारा नगर पालिक निगम अंबिकापुर क्षेत्रांतर्गत एवं सरगुजा संभाग के अन्य क्षेत्रों में सड़क मरम्मत एवं निर्माण नहीं किए जाने के कारण एवं वाहनों के आवागमन के कारण पूरा क्षेत्र धूल-धूसरित हो गया है। जिसकी वजह से आम जनों के साथ आवेदक को कई प्रकार की स्वास्थ्यगत समस्या होने की संभावना है।
अंबिकापुर शहर व आसपास के समूचे क्षेत्रों में उड़ने वाली धूल के कारण अस्वच्छता फैल गई है और एयर क्वालिटी भी बहुत खराब हो गई है, जिस कारण नगरपालिक निगम अंबिकापुर जो स्वच्छता एवं सार्वजनिक साफ सफाई के क्षेत्र में शिखर पर रहता था आज स्वच्छता के मामले में काफी पिछड़ गया है। शहर के अंदर नगर निगम व एनएच के अधीन सड़कों के साथ ही शहर के अंदर से गुजरने वाली सड़कों की हालत बेहद चिंतनीय है।
शहर के सदर रोड, स्कूल रोड, घुटरापारा रोड, बनारस रोड, एमजी रोड, खरसिया रोड, रामानुजगंज रोड सहित अन्य मुख्य सड़कों एवं गलियों की स्थित अत्यंत खराब हो चुकी है। निगम आयुक्त के द्वारा 15 अक्टूबर 2024 तक उनके अधीन सड़कों के निर्माण का आश्वासन दिया गया था, उक्त समय बीतने के बाद भी आज पर्यन्त तक सड़कों का निर्माण एवं मरम्मत प्रारंभ नहीं किया गया है।
सड़कों की खराब दशा के कारण उन्हें अपने दैनिक कार्यों में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तथा अंबिकापुर शहर तथा आसपास के क्षेत्र में अनावेदकों की लापरवाही तथा उदासीन कार्य व्यवहार के कारण चहुंओर स्वच्छता एवं साफ-सफाई का अभाव है, जिसे स्वच्छ रखने की जिम्मेदारी इनकी है।
माह जुलाई 2024 में बारिश के दौरान उनके घर के समीप जीर्णशीर्ण अवस्था में स्थित एमजी रोड से वे जिला न्यायालय अंबिकापुर जा रहे थे तो खराब सड़क के कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। सड़क में मोटरसायकल से जाने के दौरान कई बार गंदा पानी उन पर पड़ता था। पूरे वर्षा काल में उक्त स्थिति से वे परेशान रहे। वर्षा काल की समाप्ति के बाद भी सड़कों के निर्माण एवं स्वच्छता की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया गया। इसके लिए अनावेदक एकल तथा संयुक्त रूप से जिम्मेदार हैं।
आधिवक्ता मिश्रा ने वाद में उल्लेख किया है कि जिम्मेदार अधिकारियों के उदासीन रवैये, कृत्य एवं उपेक्षापूर्ण कार्य के कारण पहुंची घोर मानसिक क्लेश व पीड़ा एवं गंदगी में अपना दैनिक कार्य करने का आंकलन रुपये में कर पाना संभव नहीं है। फिर भी हुई मानसिक पीड़ा एवं यातना के प्रतीक स्वरूप दो लाख रुपये उन्हें जिम्मेदार प्रतिवादियों से प्रदान कराया जाए, साथ ही नवीन सड़क निर्माण एवं मरम्मत का आदेश पारित किया जाए, जिससे नगर पालिक निगम एवं सरगुजा संभाग के आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छता एवं सार्वजनिक सफाई की सेवा निर्बाध रूप से संपादित हो सके।