★ वन परिक्षेत्र उदयपुर का मामला
उदयपुर (सरगुजा)। ग्राम सुखरी भंडार के तीन लड़के अवैध कोयला खदान में खनन के लिए गए और शनिवार को एक बड़े हादसे का शिकार हो गए। तीन में से दो लड़के जो कुंआ जैसे खाई में घुसे हुए थे उसमें से एक भी बाहर नहीं आया और उनके साथ ही जो बाहर था उसने ग्रामीणों को और मृतक के परिजनों को सूचना दी की कोयला खदान धसकने से दो लोगों की मौत हो गई है। घटना से ग्राम में अफरा तफरी मच गई सभी लोग दौड़े भागे कोयला खदान के समीप पहुंचे और मिट्टी में दबे दोनों युवकों को जिसमें एक नाबालिक भी शामिल है उसे निकालकर बाहर लाए तब तक उनकी सांस रूक चुकी थी।
थाना में मृतक के परिजन बालसाय मझवार एवं जेठू मझवार निवासी सुखरी भंडार थाना आकर सूचना दिए की उनका लड़का तिरंगा मझवार 17 वर्ष, बुधलाल मझवार 20 वर्ष एवं लक्ष्मण मझवार निवासी सुखरी भंडार शुक्रवार 12 अप्रैल को शाम को केरा झरिया गुफा में कोयला निकालने गए थे। मौके पर कोयला निकालते वक्त शाम पांच बजे करीब ऊपर से मिट्टी धसक जाने से बुधलाल मझवार और तिरंगा मझवार मिट्टी में दब गए तथा लक्ष्मण मझवार बाहर खड़ा होने से बच गया। लक्ष्मण ने गांव जाकर ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी। ग्रामीण मौके पर पहुंच दोनों को मिट्टी से बाहर निकाल कर घर लाए। दोनों की मृत्यु शुक्रवार शाम को ही हो गई थी। शनिवार को दोनों के पिता थाना आकर मर्ग की सूचना दिए। जिस पर थाना उदयपुर में मर्ग कायम कर जांच में लिया गया है।
पुलिस जांच के दौरान घटना स्थल का निरीक्षण करने पर पाया गया कि गुफा के अंदर कोयला का पट्टी है जिसे निकालने मृतक गए थे। कोयला निकालते वक्त ऊपर से मिट्टी गिर जाने से दोनों घायल होकर दबे थे, जिसे घर लाने पर उनकी मृत्यु हो गई। 11 अप्रैल को वन विभाग द्वारा मीटिंग लेकर कोयला ना निकालने की चेतावनी ग्रामीणों को दी गई थी। उसके बाद भी दोनों लड़के कोयला निकालने के लिए गुफा में प्रवेश किए और ठीक उसके दूसरे दिन यह दर्दनाक हादसा हो गया। हादसे के बाद से ग्राम में मातम पसरा हुआ है। उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक कुमारी चंद्राकर, एएसआई विजय गुप्ता, आरक्षक रामकुमार सक्रिय रहे।