हाथरस (उत्तर प्रदेश)। हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के बाद मची भगदड़ में कुचलने से करीबन 122 लोगों की मौत हो गई। घटना में कई लोगों की हालत अभी गंभीर बनी हुई है। ऐसे में मृतकों की संख्या बढ़ने का अनुमान है। मरने वालों में अधिकतर महिलाएं शामिल हैं। हादसा हाथरस जिले से 47 किमी दूर सिकंदराराऊ थानाक्षेत्र के फुलरई गांव में मंगलवार दोपहर करीब 1:40 बजे के बाद की है।
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सत्संग के बाद श्रद्धालु बाबा के काफिले के पीछे उनकी चरण रज लेने के लिए दौड़े। बढ़ती भीड़ को काबू में करने के लिए पानी की बौछारें फेंकी गई। इसी बीच लोग भागने लगे और एक-दूसरे पर गिरते चले गए। भगदड़ की वजह से कुचलने से इतनी मौतें हो गईं। घटना के बाद अस्पतालों में हालात और भी भयावह हो गए। लाशों और घायलों को बस और ऑटो में भरकर सिकंदराराऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, एटा जिला अस्पताल और अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज भेजा गया। सिकंदराराऊ सीएचसी के बाहर लगभग 100 से अधिक शव जमीन पर इधर-उधर बिखरे पड़े थे। लाशों को ढकने के लिए चादर तक नहीं थी। कई घायल जमीन पर तड़प रहे थे। उनका इलाज करने के लिए तक डॉक्टर नहीं थे।
भोले बाबा का असली नाम नारायण साकार हरि है। वह एटा जिले की पटयाली तहसील के गांव बहादुर नगरी के रहने वाले हैं। उन्होंने 26 साल पहले सरकारी नौकरी छोड़कर सूट-बूट में प्रवचन शुरू किया था। उन्होंने अपने प्रवचन में बताया था कि वे गुप्तचर ब्यूरो में नौकरी करते थे। साकार विश्व हरि भोले बाबा के अनुयायी पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तराखंड में ज्यादा हैं। हादसे के बाद से भोले बाबा फरार है। अभी तक उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है।
बताया जा रहा है कि मृतकों में ज्यादातर हाथरस, बदायूं और पश्चिम यूपी के जिले के लोग शामिल हैं। एटा में लाशों का ढेर देखकर ड्यूटी पर तैनात सिपाही रजनेश 30 वर्ष को हार्ट अटैक आ गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सिपाही क्यीआरटी अवागढ़ में तैनात था। उसे मेडिकल कॉलेज आपात ड्यूटी पर बुलाया गया। इतनी लाशें देखकर वह बर्दाश्त न कर सका। सिपाही मूल रूप से अलीगढ़ का रहने वाला था। साथी उसे डॉक्टर के पास ले गए, लेकिन उसकी मौत हो गई।
हाथरस पर सीएम की लगातार नजर
हाथरस की घटना को लेकर सीएम योगी लगातार नजर बनाएं हुए हैं। घटनास्थल पर भेजे गए तीनों मंत्रियों, मुख्य सचिव और डीजीपी से लगातार संपर्क में हैं। मुख्यमंत्री का निर्देश है कि घटना का दोषी कोई भी हो, बचेगा नहीं। उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी। सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश जारी किए हैं।
सदन में पीएम मोदी ने हाथरस हादसे दुख जताया, आर्थिक मदद का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन के बीच हाथरस घटना का जिक्र किया। मोदी ने संसद में कहा- यूपी के हाथरस में जो भगदड़ हुई उनमें अनेक लोगों की मौत की दुखद जानकारी मिली। हादसे में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है। केंद्र के वरिष्ठ अधिकारी राज्य सरकार के संपर्क में हैं। मैं सदन के माध्यम से सभी को यह भरोसा देता हूं कि पीड़ितों की हर संभव मदद की जाएगी।
हाथरस हादसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुआवजे का एलान किया है। मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए की मदद की घोषणा की है। वहीं घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक मदद की बात कही है। पीएम ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है।