अंबिकापुर (thetarget365)। नगर निगम अंबिकापुर के भवन उड़न दस्ता दल के कर्मचारियों को कार्यवाही के दौरान बौरीबांध तालाब के नजदीक करीबन दो घंटे तक बंधक बनाए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के दखल के बाद किसी तरह मामला शांत होने के बाद निगम कर्मचारियों को पार्षद व आक्रोशित लोगों ने जाने दिया।
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बुधवार को दोपहर नगर निगम अंबिकापुर का भवन उड़न दस्ता दल शहर के बौरीबांध स्थित रिंग रोड के फूटपाथ में अवैध निर्माण को हटाने पहुंचा। मौके पर विरोध शुरू होने से पूर्व ही कार्रवाई करते हुए निगम टीम ने जेसीबी मशीन लगा अवैध निर्माण को गिरा दिया। अवैध निर्माण के गिरते ही मौके पर पार्षद और मोहल्ला वासियों की भीड़ एकत्र हो गई और निगम कर्मचारियों से बहस शुरू हो गया। विरोध के बीच रविन्द्र लाल उड़न दस्ता प्रभारी उड़न दस्ता वाहन में बैठ कर दरवाजा बंद कर लिए। लोगों की भीड़ बढ़ते देख उन्होंने तत्काल इसकी सूचना मोबाइल के माध्यम से अपने उच्च अधिकारियों को दी। जिससे तत्काल मौके पर पहुंची टीम ने आक्रोशित लोगों को शांत कराने का प्रयास करने लगी। लेकिन लोगों ने मुआवजा की मांग को लेकर निगम के वाहन को घेर कर नारेबाजी शुरू कर दी।
जिसके बाद तहसीलदार उमेश बाज राजस्व टीम के साथ मौके पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को मामले की जांच करने का आश्वासन दिया। तब जाकर कहीं मामला शांत हुआ। इस दौरान वार्ड के पार्षद सतीश बारी ने निगम की कार्रवाई को गैर कानूनी बताते हुए कहा कि निगम के उड़नदस्ता दल प्रभारी द्वारा पीड़ित महिला दुर्गा से बीस हजार रुपए की मांग की गई थी नहीं देने पर उसका मकान तोड़ दिया गया है। इस बात की शिकायत पीड़ित दुर्गा ने भी तहसीलदार बाज से की। जिसपर उन्होंने जांच करा कराने की बात कही है।