मरवाही (thetarget365)। मरवाही में गुरुवार की सुबह करीब पांच बजे सफेद भालू के शावक को सुबह लोगों ने अचेत अवस्था में सड़क किनारे देखा। सूचना पर गांव के सरपंच सहित ग्रामीण मौके पर पहुंचे। भालू के शावक को अपने हाथों से लोगों ने पानी पिलाया और होश में लाया।
बताया जा रहा है कि सफेद भालू का शावक बदहवास स्थिति में था और पास ही उसके मां के होने की आवाजें आ रही थी। इसलिए शावक भालू को वहीं जंगल की सीमा से लगे इलाके में रखकर उसकी मां के आने का इंतजार वन विभाग कर रहा था। भालू का शावक करीब 11 बजे जंगल के भीतर चला गया। वन विभाग की टीम काफी देर तक जंगल में शावक के मूवमेंट पर नजर रखते हुए उसे पानी भोजन इत्यादि देने का काम करते रही। करीब तीन घंटे तक वन विभाग के अधिकारी नजर बनाए हुए थे, और लोगों को भालू प्रभावित वाले इलाके में जाने से रोका जा रहा था, ताकि प्राकृतिक तरीके से भालू वापस जंगल की सीमा में जा सके।
बिलासपुर के कानन पेंडारी से रेस्क्यू टीम और पशु चिकित्सा अधिकारियों को भी मौके पर बुलाया गया। सुरक्षा की दृष्टि से डीएफओ रौनक गोयल इस जगह की पहचान सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं। मरवाही के जंगलों में पानी की कमी और लगातार बेतहाशा उत्खनन के चलते भालू इसी प्रकार लगातार जंगल से लगे गांवों की सीमाओं में प्रवेश कर रहे हैं। बता दें कि यह सफेद भालू का शावक कोई पोलर बीयर नहीं है। यह सामान्य स्लॉथ बीयर प्रजाति का ही भालू है। वर्ष 1997 से लगातार मरवाही में सफेद भालू मिलते रहे हैं।