★ मुंबई के ग्लोबल हॉस्पिटल में हुआ ट्रांसप्लांट
बतौली (सरगुजा)। विवाह एक ऐसा पवित्र बंधन है जिसमें बंधने के बाद पति और पत्नी जीवन के हर अच्छे और बुरे पल में एक दूसरे के लिए समर्पित रहते हैं।जीवन यात्रा में कभी-कभी ऐसी परिस्थितियों बन जाती है जब एक-दूसरे के लिए जान भी न्यौछावर करना पड़ जाता है।ऐसा ही एक मामला बतौली में सामने आया है। बतौली भारत माता चौक निवासी व्यवसायी और हार्डवेयर दुकान के संचालक पिछले कुछ वर्षों से किडनी की समस्या से ग्रस्त थे। आखिरकार उनकी पत्नी ने किडनी दान कर उनकी जान बचाई है और बेहतर स्वास्थ्य की दिशा में आगे बढ़ने प्रोत्साहित किया है। अब किडनी ट्रांसप्लांट होने के बाद व्यवसायी आम लोगों की तरह स्वस्थ जीवन जी सकने में सफल हो गए हैं।
गौरततलब है कि बतौली के भारत माता चौक में आयुष अग्रवाल की हार्डवेयर की दुकान है। कर्मठ व्यवसायी के रूप में आयुष जाने जाते हैं। पिछले कुछ वर्षों से उन्हे किडनी की समस्या हो गई थी। प्रत्येक 15 दिन में उन्हें डायलिसिस से गुजरना पड़ता था। बड़े-बड़े अस्पतालों में दिखाने के बाद चिकित्सकों ने उन्हे किडनी ट्रांसप्लांट के लिए सुझाव दिया था। नियमों के मुताबिक किसी रक्त संबंधी से ही किडनी लिया जा सकता है।इसलिए अंततः उनकी पत्नी निशा अग्रवाल ने एक उदाहरण पेश किया और अपनी एक किडनी अपने पति आयुष अग्रवाल को ट्रांसप्लांट के लिए दी। पिछले 4 महीने से आयुष अग्रवाल मुंबई के ग्लोबल हॉस्पिटल में है और उनका किडनी प्रत्यारोपण सफल हो गया है। उन्होंने बताया कि अब वे बेहतर अनुभव कर रहे हैं। आम लोगों की तरह जीवन यापन कर सकेंगे। परिवार में सभी लोग इस बात से काफी खुश है। भारतीय संस्कृत में जिस तरह महिलाएं अपने पति के लिए व्रत और उपवास रखकर लंबे जीवन की कामना करती हैं, समय आने पर ऐसी महिलाएं अंगदान करके भी उदाहरण पेश कर सकती हैं।बतौली के प्रसिद्ध व्यवसायी की कहानी से यही बात सामने आती है। आयुष ने बताया कि किडनी प्रत्यारोपण के 6 महीने तक बाहर निकालने की मनाही रहती है, ताकि किडनी को किसी तरह का संक्रमण न हो, इसलिए वे चार महीने से मुंबई में ही निवासरत थे और चिकित्सकों के निरीक्षण में स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे। अब जल्द ही वे बतौली पहुंचेंगे और अपना व्यवसाय संभालेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें उनकी पत्नी ने नवजीवन दिया है।
★ मुंबई के अस्पताल ने किया सम्मानित
मुंबई के जिस ग्लोबल अस्पताल में किडनी प्रत्यारोपण किया गया। वहां रिनल साइंस के डायरेक्टर डॉ भारत शाह और यूरोलॉजी विभाग के डायरेक्टर डॉ. प्रदीप राव दोनों ने निशा अग्रवाल को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया है। चिकित्सकों ने कहा कि पति के स्वास्थ्य लाभ के लिए और किडनी प्रत्यारोपण के लिए दिशा की पहल सराहनीय थी, इससे लोग अवश्य प्रेरित होंगे।