उदयपुर @thetarget365 विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर 09 अगस्त शुक्रवार को उदयपुर शहर में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में आदिवासी समुदाय के लोगों ने संयुक्त आदिवासी समाज के बैनर तले अपनी संस्कृति, परंपराओं और रीति-रिवाजों को प्रदर्शित किया।
कार्यक्रम में आदिवासी नृत्य, संगीत और गायन की प्रस्तुतियाँ दी गई। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम में आदिवासी संस्कृति को संरक्षित करने वाले गीत पर सलका विद्यालय की बालिकाओं जबरदस्त प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम की शुरुआत जनपद कार्यालय के समीप शहीद वीर नारायण चौक पर स्थापित शहीद वीर नारायण की छायाचित्र पर माल्यार्पण और धूप दीप प्रज्जवलित कर किया गया। यहां से बाजे गाजे के साथ नृत्य करते हुए रैली निकाली गई। रैली बस स्टैंड उदयपुर, सेंट्रल बैंक चौक, बाजार रोड से होते हुए कार्यक्रम स्थल रामगढ़ शेड पर पहुंचा जहां विभिन्न समुदाय के लोगों ने पुष्प वर्षा कर रैली का स्वागत किया। रामगढ़ शेड में समाज के वीर योद्धाओं शहीदों और पूर्वजों को याद कर कार्यक्रम शुरू किया गया। सर्वप्रथम संविधान की प्रस्तावना का वाचन कर सभी को शपथ दिलाई गई। आयोजन में विभिन्न वक्ताओं ने संविधान, नारी सशक्तिकरण, पर्यावरण संरक्षण, आरक्षण तथा अन्य विषयों पर व्याख्यान दिया। आदिवासी समुदाय के लोगों ने समुदाय की समस्याओं के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने सरकार से अपने अधिकारों की रक्षा और सुरक्षा की मांग की।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बीएमओ बृजमोहन कामरे ने शिरकत किया और आदिवासी समुदाय के लोगों को संबोधित किया। उन्होंने आदिवासी समुदाय के लोगों को उनके अधिकारों और सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आदिवासी समुदाय के लोगों को एक मंच प्रदान करना था, जहां वे अपनी संस्कृति, परंपराओं और समस्याओं को साझा कर सकें। कार्यक्रम में अध्यक्ष नरहरी सिंह पैकरा, संरक्षक नवल सिंह वरकड़े, पीआर तिर्की, बीबी राम, रोहित सिंह टेकाम, कोषाध्यक्ष विजय सिंह कोर्राम, सचिव अनिल सिंह टोप्पो, देवसिंह करियाम, गोविंद सिंह वरकड़े, डॉ बीएम कामरे, बलराम नेटी, चन्द्रभान सोरी, भोजवंती सिंह जनपद अध्यक्ष, रैमुनिया करियाम जनपद सदस्य, ललीता सिंह टेकाम सरपंच रामनगर, समल आर्मो, श्रवण सिंह वरकड़े, रामलखन कोर्राम, प्रदीप मरकाम, सतपाल सिंह कंवर, समयलाल पंडो, गणेश्वर सिंह, रामजीत, चंद्रभान, नंदा राम, मनोहर सिंह, दुलारी सिंह महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष, जगेश्वरी सहित हजारों की संख्या में आदिवासी समाज के महिला पुरुष उपस्थित रहे।