बुधवार को पिता सहित अन्य स्वजन पुलिस अधीक्षक सरगुजा से उनके कार्यालय में मुलाकात मिले। घटनाक्रम के साथ पूर्व में युवक द्वारा देह व्यापार से संबंधित की गई शिकायत व मिलने वाली धमकी से अवगत कराया।
अंबिकापुर @thetarget365 शहर के गांधीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत गोधनपुर निवासी एक युवक अपने घर में मोबाइल और हस्तलिखित पत्र लिखकर गायब हो गया है। पत्र मिलने के बाद गायब पुत्र की खोजबीन में पिता सहित अन्य जुटे तो उसकी मोटरसाइकिल आरबी पेट्रोल पंप में खड़ी मिली। युवक यहां कुछ ऑटो चालकों से बात करते वह सीसीटीव्ही में नजर आ रहा है। युवा पुत्र के अचानक लापता होने से माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। गुमशुदगी की रिपोर्ट गांधीनगर थाना में दर्ज कराई गई है।
जानकारी अनुसार रामदास वर्मा का पुत्र सूरज वर्मा 23 वर्ष बीते 9 सितंबर की शाम करीब 5 बजे गोधनपुर स्थित निवास से मोटरसाइकिल में निकला था। इसके बाद वापस घर नहीं लौटा। गांधीनगर थाना में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराए 24 घंटे से अधिक हो गए, सूरज वर्मा का सुराग पुलिस नहीं लगा पाई है। बेटा कहां होगा, किस हाल में होगा इसे लेकर स्वजनों की चिंता बढ़ गई है। खोजनबीन दौरान अंबेडकर चौक स्थित आरबी पेट्रोल पंप में सूरज के द्वारा बाइक खड़ा करना और सीसीटीव्ही कैमरे की जांच में कुछ ऑटो वालों को रोककर बातचीत करने का परिदृश्य सामने आया है, इसके बाद वह पैदल ही आगे बढ़ गया। फुटेज के आधार पर संभावना जताई जा रही है कि युवक रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ कर तो कहीं नहीं चला गया, हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
स्वजन ने बताया कि सूरज घर से सफेद काला शर्ट और लोवर पहनकर निकला है। पिता का कहना है कि उसके पास रुपये भी नहीं हैं, ऐसे में वह कहां और किस हाल में होगा इसे लेकर चिंता बढ़ गई है। स्वजनों ने उसके परिचितों, दोस्तों के बीच भी सूरज के बारे में जानकारी हासिल करने का प्रयास किया, लेकिन कुछ पता नहीं चला। सूरज वर्मा अपना मोबाइल फोन भी साथ नहीं ले गया है, ताकि उससे संपर्क करने का प्रयास किया जा सके, या सही लोकेशन पता चले।
पत्र में कथित दम्पति पर लगाया जान से मारने का आरोप
घर में छोड़े गए पत्र में वह छात्र राजनीति से ही कांग्रेस से जुड़े होने का उल्लेख किया है। पत्र में उसने शहर के गुदरी बाजार के समीप निवास करने वाले एक दंपत्ति और उनके पहचान के लोगों पर लगातार धमकाने सहित अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं। वह पत्र में लिखा है कि गुदरी चौक में लिव इन रिलेशनशिप में रहने वाले कथित दंपत्ति सहित अन्य लोगों के द्वारा उसे झूठे केस में फंसाने, जान से मारने की धमकी दी जा रही है, जलील किया जा रहा है, जिससे वह भयभीत है। लंबे-चौड़े पत्र में अंत में लिखा है-मम्मी पापा माफ करना…।
पूर्व में एसपी कार्यालय में दिया था एक आवेदन
सूरज वर्मा के पिता रामदास वर्मा ने बताया कि जब पुत्र सूरज के कमरे की उन्होंने तलाशी ली तो उसके द्वारा पुलिस अधीक्षक के नाम दिया गया एक आवेदन मिला है। जिसमें पुलिस अधीक्षक के कार्यालय का मोहर भी लगा है। आवेदन में उल्लेख है कि गुदरी चौक में लिव इन रिलेशन में रहने वाले महिला-पुरुष की दो नाबालिग बेटी हैं। माता-पिता शराबी होने के साथ अनैतिक कार्य भी कराते हैं। रुपये के लिए रोज नए-नए लोगों को घर पर बुलाकर देह व्यापार कराया जाता था, नाबालिक बेटियों को भी इस दलदल में धकेला जा रहा था।
11 जून 2024 को नाबालिकों ने उसे घटना की जानकारी दी थी, इसके बाद उसने दोनों बच्चों को इस नर्क से निकालने की ठानी और कोतवाली पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने गंभीर मामला होने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया। मजबूर होकर वह नाबालिगों को चाइल्ड लाइन ले गया। चाइल्ड लाइन की टीम नाबालिग बालिका का बयान ली और इन्हें बालिका गृह भेज दिया। कुछ दिनों बाद दोनों बच्चों को छोड़ दिया गया। इसके बाद से बालिका के माता-पिता, एक ऑटो चालक सहित अन्य लोगों के द्वारा उसे झूठे केस में फंसाने, जीवन बर्बाद कर देने, मारने-पीटने की धमकी देते हुए जलील किया जा रहा है। मामले में सूरज वर्मा ने पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई की मांग की थी।