सरगुजा में बतौली विकासखण्ड के बोदा व मंगारी और सीतापुर के बेलजोरा में नवीन धान उपार्जन केंद्र, अब जिले में कुल 50 उपार्जन केंद्र
अंबिकापुर। राज्य शासन ने प्रदेश के किसानों-ग्रामीणों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए ग्रामीणों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग पर खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 एवं आगामी खरीफ विपणन वर्षों के लिए राज्य के विभिन्न जिलों में नवीन धान उपार्जन केंद्र खोलने की अनुमति प्रदान की गई है। इस आशय का आदेश खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है। इसके तहत नवीन धान उपार्जन केंद्रों में सरगुजा जिले के बतौली विकासखण्ड के बोदा व मंगारी तथा सीतापुर विकासखण्ड के बेलजोरा में नवीन धान उपार्जन केंद्र खोले जाने की अनुमति प्रदान की गई है। गौरतलब है कि सरगुजा जिले में विगत वर्ष तक 47 उपार्जन केंद्र थे, इस वर्ष 03 नवीन उपार्जन केंद्र स्वीकृत हुए हैं जिससे अब सरगुजा जिले में कुल 50 उपार्जन केंद्र होंगे।
इसी तरह प्रदेश के अन्य जिलों में भी नवीन धान उपार्जन केंद्र खोले जाने की अनुमति प्रदान की गई है जिनमें राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ विकासखण्ड के अंतर्गत देवकट्टा और डोंगरगांव विकासखण्ड के संबलपुर, सक्ती जिले के सक्ती विकासखड के अंतर्गत नन्दौरखुर्द, महासमुंद जिले के बागबाहरा विकासखण्ड के अंतर्गत बोडराबांधा और आमगांव, मुंगेली जिले के लोरमी विकासखण्ड के औराबांधा, बलरामपुर जिले के रामचन्द्रपुर विकासखण्ड के डुमनपान, कोण्डागांव जिले के फरसगांव विकासखण्ड के बड़ेओड़गांव, केशकाल विकासखण्ड के कुएमारी और कोण्डागांव विकासखण्ड के नवागांव तथा गरियाबंद जिले के छुरा विकासखण्ड के पीपरछेड़ी और उत्तर बस्तर कांकेर जिले के अंतागढ़ विकासखण्ड के बंडापाल व कोयलीबेड़ा विकासखण्ड के बेलगाल में नवीन धान उपार्जन केंद्र खोले जाएंगे।
इसी प्रकार मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के मानपुर विकासखण्ड के मुरारगोटा, बीजापुर जिले के बीजापुर विकासखण्ड के चेरपाल, खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई जिले के खैरागढ़ विकासखण्ड के ठेलकाडीह, उत्तर बस्तर दंतेवाड़ा जिले के दंतेवाड़ा विकासखण्ड के बड़ेगोडरे व अरनपुर, रायगढ़ जिले के घरघोड़ा विकासखण्ड के बटुराकछार, धरमजयगढ़ विकासखण्ड के कटाईपाली सी में नवीन धान उपार्जन केंद्र खोले जाने की अनुमति प्रदान की गई है।