अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की हलचल 17 नवंबर को मतदान के बाद लग रहा था कम हो जाएगा पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में प्रत्याशियों के भाग्य कैद होने के बाद भी चर्चा कम नहीं हो रही।
घर से लेकर बाहर तक वह सामाजिक बैठक हो या फिर दुकान में खरीदारी के लिए निकले लोग पान ठेला हो या चाय की टपरी हर जगह बस एक ही चर्चा फलाना हार जाएगा..! फलाना जीत जाएगा….! फलाने को फलाने वार्ड से कम वोट मिला है…! फलाने धर्म के लोग इस बार उसे क्यों वोट नहीं दिए, इसके आप क्या मायने निकालते हैं..! क्या फलाना इस बार सच में हार जाएगा…! फलाना क्यों जीत रहा है….! फलाने पार्टी का घोषणा पत्र कमाल का था…! अगर फलाने पार्टी का यह घोषणा पत्र लोगों तक पहुंचा होगा तो फलाना पार्टी की सरकार बन रही है और फलाने पार्टी ने तो तीन हजार बढ़ा दिया…! यह बात अगर गांव में पहुंची होगी तो बड़ी जीत मिलेगी…! फलाने को मना लेते ति यह पार्टी जीत जाती..…! अरे यार उसको कौन वोट देगा….! फलाने पार्टी को प्रत्याशी बदल देना था…! फलाने को बदल कर पार्टी ने गलती की है…! इस बार तो सरकार ही बदल रही है…! पता है मतदान कर कर लौटने वाले पीठासीन अधिकारियों ने क्या कहा….! फलाने की हालत बहुत खराब है….! फलाने को बहुत वोट मिला है…! इतने वोट कि… इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का वह बटन एकदम काला हो गया था… ! ऐसी तमाम चर्चाएं इन दिनों कान पका दे रही हैं..! कोई ऐसी जगह नहीं जहां हार जीत की चर्चा व चुनाव की चर्चा न हो रही हो…! भीड़ से बाहर निकल कोई व्यक्ति अपने मोबाइल पर फेसबुक देखने बैठा तो वहां भी यही चर्चा…! फलाना हार रहा है…! फलाना जीत रहा है..! लोगों को तीन दिसंबर का इंतजार नहीं हो पा रहा..! इतनी चर्चाएं….! इतनी बातें …! इतना गुणा भाग चुनाव में ही हो सकता है..! मतदाताओं ने अपना मत दे दिया है, किसे दिया है, पड़ोसी को भी नहीं बताया…! पर समीक्षा करने वाले तो जैसे सब कुछ जानते हैं…! अपने अपने हिसाब से सब समीक्षा कर रहे हैं..! अब तो चुनावी चर्चा से सबके कान थक चुके हैं..!अब तो लोग यह भी कह रहे हैं..! आप क्या सुनना चाहते हैं..! आप जो सुनना पसंद करेंगे हम वही बताएंगे…!
यह भी हो रहा..!
अंबिकापुर शहर में एक सैलून में बाल कटाने गए एक व्यक्ति की बाल काटते-काटते सैलून वाले ने कह दिया, इस बार तो फलाना जीत रहा है, इतने में बाल कटाने वाले ने उसे जो जवाब दिया उसे यहां लिखा नहीं जा सकता…! क्या कहा होगा…! आप अनुमान लगा सकते हैं…! यहां हमारे पास उसकी वीडियो क्लिपिंग होती तो हम उसे बीप-बीप कर देते…! सोशल मीडिया ने तो इस बार के चुनाव में कमाल ही कर दिया, कुछ समीक्षक तो ऐसे नजर आ रहे हैं मानो सभी विधानसभा क्षेत्र में नहीं बल्कि एक-एक बूथ में जाकर हर मतदाता से चर्चा कर लिए हों..! सभी के मन की बात जान गए हो.…!
चुनाव की यह चर्चा न सिर्फ आम लोगों के बीच है बल्कि राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं के बीच भी चल रही है। कई विधानसभा क्षेत्र में इस बार राजनीतिक दलों से जुड़े पदाधिकारी व कार्यकर्ता घर से बाहर नहीं निकले पर उनकी बातें सुनिए, व्हाट्सएप ग्रुप में उनकी लिखी बातों को पढ़िए…! जो व्यक्ति घर से बाहर नहीं निकला वह हर विधानसभा की समीक्षा कर रहा है…! किसी एक व्यक्ति को फोन लगाकर चर्चा क्या कर लिया दूसरी जगह बैठकर उसे ही अंतिम निर्णय सुना रहा है…!
चर्चा यह भी..! सच में इस बार का चुनाव गजब का है..!
चर्चाओं के बीच लोग यह भी कहते सुने जाते हैं कि सच में इस बार का चुनाव गजब का है, पता ही नहीं चल रहा…! कोई मीडिया से जुड़ा व्यक्ति मिल गया तो उसे तो सबसे बड़ा जानकार मानते हैं…! यह भी कहते सुने जा रहे हैं, आप लोगों को तो सब कुछ पता रहता है….! बताइए इस बार का चुनाव क्या कह रहा है…? अब मीडिया से जुड़ा व्यक्ति भला कैसे समीक्षा नहीं करता…!वह भी बिना कहीं गए…! बिना कहीं घूमें..! अपने हिसाब से जानकारी देने लगता है जिसे पूछने वाला व्यक्ति सही मानता है…! उसे मसाला मिल जाता है और वह दूसरी महफिल में पहुंचते ही उस मीडिया से जुड़े व्यक्ति की सारी जानकारियां उड़ेल देता है..! इस तरह चुनाव की चर्चाएं हर जगह हो रही हैं..!