अंबिकापुर। मतदान को अब महज दो दिन ही शेष बचे हैं। वहीं ग्रामीण किसान मतदाता चुनावी चर्चाओं से दूर धान की कटाई और मिंजाई में व्यस्त हैं। शाम को खेतों से थक हार कर आने के बाद किसान चुनाव की बातों पर चर्चा करने उत्सुक नहीं दिख रहे हैं।
सरगुजा संभाग में 14 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को चुनाव होने तय हैं। चुनाव प्रचार अब अपने अंतिम चरण पर है। चुनाव प्रचार में उम्मीदवारों और राजनीतिक पार्टियो के द्वारा अपनी पूरी ताकत झोंक दी गई है। ताकि वे मतदाताओं को अपने पक्ष में प्रभावित कर सके। इसके बाद भी किसानों की व्यस्तता तथा धान की कटाई व मिसाई में व्यस्त किसान की खामोशी एक तरफ से राजनीतिक दलों के लिए एक चिंता का विषय बनकर रह गई है। इस समय दिन रात जहां प्रत्याशी इस प्रयास में लगे हुए है कि वे मतदाताओं को अपने पक्ष में मतदान करने के लिए प्रेरित कर सके, लेकिन मतदाता खामोश नजर आ रहे है। हालांकि इन सबके बीच किसानों के लिए कर्ज माफी, धान का बोनस, समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के अलावा महिलाओं को रिझाने के लिए नई-नई योजना लाई जा रही है। ताकि महिला वोट बैंक सुरक्षित रह सके। इस समय कांग्रेस और भाजपा दोनों अपने तर्क देकर मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं। कुछ सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी राष्ट्रीय पार्टियों का समीकरण बिगाड़ने की कोशिश करती नजर आ रही हैं। निर्दलीय उम्मीदवार भी गांव-गांव मतदाताओं के बीच पहुंचकर चुनावी जनसम्पर्क में लगे हुए हैं। मतदाता जागरूकता को लेकर प्रशासन द्वारा समय-समय पर किये जा रहे अनेक कार्यक्रमों से इस बार मतदान का प्रतिशत भी बढ़ने की उम्मीद की जा रही है। मतदाता भी मतदान को लेकर काफी उत्सुक नजर आ रहे हैं।