■ संगवारी मतदान केंद्रों में महिला अधिकारी-कर्मचारी कराएंगे मतदान, सुरक्षा व्यवस्था भी संभालेंगी महिलाएं
■ महिलाओं, विकलांगों व युवाओं सहित सभी नागरिकों के लिए चुनावों को और अधिक समावेशी और सहभागी बनाने किए जा रहे हैं विशेष प्रयास
रायपुर। विधानसभा आम निर्वाचन-2023 को महिलाओं, विकलांगों व युवाओं सहित सभी नागरिकों के लिए और अधिक समावेशी और सहभागी बनाने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। निर्वाचन में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में 900 संगवारी मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में दस-दस संगवारी मतदान केन्द्र बनाए जाएंगे। इन मतदान केन्द्रों में मतदान दल और सुरक्षा बल सहित अन्य स्टॉफ महिलाएं होंगी।
छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने बताया कि संगवारी मतदान केन्द्रों पर महिलाओं द्वारा ही पीठासीन अधिकारी और मतदान से संबंधित अन्य कार्यों को संपादित किया जाएगा। इन मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी महिला सुरक्षा बल को सौंपी जाएंगी। इनके साथ ही पोलिंग बूथ की निर्वाचन संबंधी गतिविधियों की वीडियो रिकॉर्डिंग और फोटोग्राफी महिलाओं द्वारा की जाएगी। श्रीमती कंगाले ने बताया कि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में संगवारी मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे। ऐसे विधानसभा क्षेत्र जहां महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है तथा पिछले निर्वाचन के दौरान कम मतदान हुआ है, उन क्षे़त्रों में विशेष रूप से संगवारी मतदान केन्द्र बनाए जाएंगे।