अंबिकापुर। रविवार की सुबह सड़क मार्ग से रायपुर जाते दौरान छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव एक बड़ी दुर्घटना के बाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में पहुंचे। सिंहदेव को देखकर अस्पताल में अफरा तफरी मच गई। काफिले के वाहन से घायल को बाहर उतर गया। सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल युवक को चिकित्सकों ने जांच उपरांत उसे दाखिल किया परंतु कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई।
दरअसल बिलासपुर मार्ग पर मेंड्राकला सैनिक स्कूल मोड में रविवार की सुबह तेज रफ्तार स्कॉर्पियो वाहन की टक्कर से मोटरसाइकिल सवार एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस दौरान उक्त मार्ग से उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव सड़क मार्ग से रायपुर जा रहे थे। उपमुख्यमंत्री के काफिले में लगे वाहन ने तत्काल घायल को उठाकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया साथ में उप मुख्यमंत्री भी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में पहुंचे थे।
जानकारी के अनुसार लखनपुर थाना क्षेत्र के सिरकोतंगा निवासी प्रकाश दास पिता प्रमोहन दास उम्र 40 वर्ष रविवार की सुबह मोटरसाइकिल से काम करने लोधिमा स्थित राइस मिल में आ रहा था। मेंड्राकला सैनिक स्कूल मोड में में अचानक सामने से ट्रैक्टर आ जाने पर बाइक सवार रॉन्ग साइड चल गया। इसी दौरान स्कॉर्पियो क्रमांक सीजी 29 एसी 1487 के चालक में मोटरसाइकिल को जबरदस्त टक्कर मार दी। घाट के बाद से स्कार्पियो चालक वाहन से फरार हो गया। उक्त मार्ग से रायपुर जा रहे उप मुख्यमंत्री सिंहदेव ने घायल को देखकर अपने काफिले को रोका। काफिले वाले वाहन में तत्काल घायल को लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे। हालांकि व्यक्ति को बचाया नहीं जा सका।
दुर्घटना में मौत के बाद भी मणिपुर पुलिस की सुस्ती, कौन है स्कार्पियो चालक और कौन है मालिक..?
दुर्घटना के बाद स्कार्पियो चालक तो मौके से फरार हो गया और मणिपुर पुलिस वहां को थाने तक ले आई। उक्त घटना में एक व्यक्ति की मौत के बाद भी दोपहर 1:30 बजे तक ना तो वाहन चालक के बारे में पुलिस से कुछ मालूम था और ना ही वहां के मालिक को लेकर पुलिस ने कोई गंभीरता दिखाई। स्कॉर्पियो वाहन कहां से कहां जा रही थी इस पर भी पुलिस को कोई जानकारी नहीं थी। सड़क दुर्घटना में एक मौत के बाद भी पुलिस की सुस्ती का यह आलम कई सवालों को जन्म दे रहा है। साथ ही ऐसी कार्य प्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं।