अंबिकापुर। लूट के मामले की जांच के लिए उत्तरप्रदेश के इटावा से पहुंची पुलिसकर्मियों का शुक्रवार शाम स्थानीय लोगों से विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ा की मारपीट हो गई। स्थानीय लोगों के आक्रोश को देखते हुए इटावा के पुलिसकर्मी सीधे मणिपुर थाने पहुंच गए। थाने के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा खुद मणिपुर थाने पहुंचे। दोनों पक्षों की बात सुनी जा रही है। दोनों पक्ष संभवतः समझौते के लिए राजी हो गए हैं। बताया जा रहा है कि स्थानीय पुलिस से सहयोग नहीं लिए जाने के कारण विवाद की स्थिति निर्मित हुई है।
शुक्रवार शाम मणिपुर थाने में सादे वेश में चार-पांच लोग पहुंचे। उनका कहना था कि वे उत्तरप्रदेश के इटावा जिले में पदस्थ पुलिसकर्मी है। इटावा में हुए प्रकरण की जांच के लिए आए हुए हैं। इनके पीछे-पीछे शहर के बिलासपुर क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग भी थाने पहुंच गए। लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। स्थानीय लोगों का आरोप था कि थाने में बैठे लोगों ने अकारण कुछ लोगों से मारपीट की है। महिलाओं से अभद्र व्यवहार किया है। संबंधित लोगों पर कार्रवाई की मांग को लेकर आक्रोशित लोगों की भीड़ बढ़ता देख कुछ देर के लिए भीड़ को थाने से बाहर निकाल गेट भी बंद करना पड़ा। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा खुद थाने पहुंचे। स्थानीय लोगों को संदेह था कि ये लोग पुलिसकर्मी नहीं है लेकिन यह संदेह तत्काल दूर हो गया जब पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा ने इटावा के एसएसपी से बात की तो स्पष्ट हो गया कि अंबिकापुर आने वाले लोग पुलिस अधिकारी-कर्मचारी ही है। बाद में कुछ स्थानीय जनप्रतिनिधि भी पहुंचे। लोगों की भावनाओं से पुलिस अधिकारियों को अवगत कराया। यह भी बताया गया कि इटावा से आए लोग पुलिसकर्मी है या असमाजिक तत्व यह भी स्पष्ट नहीं हो रहा था इसलिए विवाद की स्थिति निर्मित हुई।
इटावा में हुई लूट की घटना की जांच के लिए शहर पहुंची है पुलिस
बताया जा रहा है कि इटावा में लूट की कोई बड़ी घटना हुई थी। इसमें इस्तेमाल मोबाइल के अलावा दोपहिया और चारपहिया वाहन के अंबिकापुर शहर में उपयोग की जानकारी के आधार पर जांच के लिए इटावा पुलिस आज शाम अंबिकापुर पहुंची थी। पिछले दो दिनों से पुलिस कर्मचारी मणिपुर, दर्रीपारा व बिलासपुर चौक के आसपास अपराधियों के संबंध में उनके द्वारा जानकारी जुटाने का प्रयास कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने क्षेत्र में घूमते हुए इन्हें देखा भी था।
सादे वर्दी में पूछताछ से बढ़ा विवाद
स्थानीय लोगों का आरोप है कि शुक्रवार शाम को सादे वेश में ये लोग बिलासपुर चौक स्थित एक इलेक्ट्रॉनिक्स व बिजली दुकान में पहुंचे थे। यहां सीसी कैमरे को लेकर पूछताछ की। सीसी कैमरे भीतर होने की जानकारी देने पर ये लोग बगल के दुकान में चले गए। यहां भी सीसी कैमरे को लेकर पूछताछ के दौरान एक व्यवसायी ने उनसे उल्टा पूछ लिया कि यदि आप लोग पुलिस है तो अपना आइडी कार्ड दिखाइए। इसी बात पर विवाद शुरू हो गया और स्थानीय व्यक्ति से कथित रूप से हाथापाई पर लोगों ने विरोध करना शुरू किया। बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाओं ने आपत्ति दर्ज की। विवाद इतना बढ़ा की दोनों पक्षों में मारपीट हो गई। आरोप है कि तोड़फोड़ भी की गई। पिटाई से स्थानीय एक व्यक्ति को चोट भी लगी है। माहौल बिगड़ता देख इटावा के पुलिस कर्मचारी सीधे मणिपुर थाने पहुंच गए। पीछे-पीछे भीड़ भी पहुंच गई। कार्रवाई की मांग को लेकर कई घण्टे तक लोगों की भीड़ थाने के बाहर जमा थी।