लखनपुर (सरगुजा)। वन भूमि में कब्जे को लेकर दो गांव के ग्रामीणों के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। वन विभाग इसे लेकर मूकदर्शक बना हुआ है। वन भूमि से अतिक्रमण हटाने और विवाद खत्म करने को लेकर अब तक वन विभाग के द्वारा कोई सार्थक पहल नहीं किया गया है।
सरगुजा जिले के लखनपुर वन परिक्षेत्र के कटिंदा सर्कल के खाचा कूड़ा जंगल का है। जहां कई वर्षों से ग्राम कोसंबा के ग्रामीणों के द्वारा वन भूमि पर अवैध रूप से लकड़ी का झाला बनाकर कब्जा किया गया है। ग्राम बेलदगी के ग्रामीणों के द्वारा जंगल में अवैध अतिक्रमण को लेकर लंबे समय से विरोध किया जा रहा है। सरपंच के नेतृत्व में अतिक्रमण हटाए जाने तथा कब्जा किए गए स्थान पर पौधारोपण किया जाने को लेकर कई बार वन परिक्षेत्र अधिकारी से लेकर वन मंडलाधिकारी सरगुजा को ज्ञापन सौंपा गया है। परंतु आज तक अतिक्रमण हटाए जाने तथा विवाद को सुलझाने वन विभाग की ओर से कोई सार्थक कदम नही उठाया गया है। जिसे लेकर ग्राम बेलदगी के ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। बेलदगी के आक्रोशित ग्रामीण बड़ी संख्या में खांचा कूड़ा जंगल पहुंचे और ग्राम कोसंगा के ग्रामीणों द्वारा कब्जे किए गए वन भूमि पर बेलदगी के ग्रामीणों के द्वारा लकड़ी का झाला बनाकर कब्जा करने का प्रयास किया गया। इसी दौरान दो गांव के ग्रामीणों के बीच कब्जे को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया। इसकी सूचना लखनपुर वन विभाग को मिलते ही वन विभाग की पूरी टीम मौके पर पहुंचे और किसी तरह मामले को शांत कराया। गौरतलब है कि राजनीतिक दबाव के कारण वन विभाग के द्वारा अवैध अतिक्रमण को लेकर कार्यवाही करने को लेकर आनाकानी की जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि खाचा कूड़ा जंगल से अतिक्रमण नहीं हटाया जाता है तो आने वाले समय में ग्राम बेलदगी के समस्त ग्रामीण के द्वारा वन भूमि में कब्जा कर मकान बनाया जाएगा।