अंबिकापुर। शहर के व्यवसायी गुरु प्रसाद जायसवाल 60 वर्ष द्वारा गत दिवस होटल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या करने के मामले में कोतवाली पुलिस ने छह लोगों के विरुद्ध धोखाधड़ी का अपराध पंजीकृत किया है। पुलिस ने अभी आरोपितों के नाम को सार्वजनिक नहीं किया है। पुलिस इस मामले में आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित करने की धारा के तहत भी एफआईआर की तैयारी में है। मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
गौरतलब है कि शहर के बौरीपारा निवासी गुरु प्रसाद जायसवाल जो वर्तमान में नमना कला में रहते थे ने 20 सितंबर की सुबह स्वास्थ्य जांच कराने जाने की बात पत्नी से कहकर घर से निकले थे। लेकिन अगले दिन एक होटल में फांसी पर लटकी उनकी लाश मिली थी। कमरे में दो पन्ने का सुसाइड नोट व कई पन्नों के दस्तावेज की एक फाइल भी पुलिस ने बरामद की। पुलिस की जांच में पता चला था कि कोलकाता की एक फर्जी कंपनी के झांसे में फंसकर व्यवसायी ने दो करोड़ से अधिक गवां चुके थे। उनसे सुनियोजित तरीके से ठगी की गई थी। कथित कंपनी द्वारा यूरेनियम का भंडार मिलने की बात कहकर उनसे रुपये निवेश करवाये थे। शहर के ही कुछ लोगों ने भी कंपनी में निवेश किया था। बाद में वे मृत व्यवसायी पर ही रकम वापसी के लिए दबाब बना रहे थे। व्यवसायी ने पूर्व में भी आत्महत्या का प्रयास किया था। पुलिस ने मृत व्यवसायी के कमरे से प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर कई लोगों से पूछताछ के बाद फिलहाल धोखाधड़ी के आरोप पर छः लोगों के विरुद्ध अपराध पंजीकृत किया है। मामले में आत्महत्या के लिए उत्प्रेरित करने वालों को भी सूचीबद्ध किया जा रहा है। उनके विरुद्ध भी शीघ्र ही एफआइआर पंजीकृत किया जाएगा।
व्यवसायी के आत्महत्या मामले में छः लोगों के विरुद्ध धोखाधड़ी का अपराध दर्ज
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