अंबिकापुर। शहर की सफाई के साथ साथ अब नगर निगम अंबिकापुर मोबाइल, कम्प्यूटर और टैबलेट जैसे उपकरणों के अनुपयोगी डाटा के सफाई का अभियान चला रहा है। इस अभियान के तहत लोगों को अपने मोबाइल में पड़े बेकार के डेटा और एप्लिकेशन को रिमूव करने और उपयोगी डाटा संरक्षित रखने की सलाह दी जा रही है। पहले चरण में स्कूल कालेज के छात्र-छात्राओं को मुहिम से जोड़कर जागरूक किया जा रहा है। नगर निगम को यह इनोवेटिव आइडिया भी एक 8 वीं की छात्रा ने दिया है।
निगम के अधिकारियों ने बताया कि हम आज एक बड़े सफाई अभियान के लिए राजमार्गों पर उतरने के लिए पूरी तरह तैयार थे, लेकिन बारिश के कारण सभी लोग उपस्थित नहीं हो पा रहे थे। तभी होली क्रॉस विद्यालय के कुछ छात्रों ने अनोखी बात पर चर्चा शुरू की, इसके बाद हम अपने डिजिटल परिदृश्य को साफ करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इस अनोखी सोच को राज्य शहरी विकास अभिकरण के साथ साझा कर “डिजिटल डिटॉक्स : ए स्टे-एट-होम स्वच्छता मिशन” अभियान पूरे प्रदेश में प्रारंभ किया गया।
डिजिटल डिटॉक्स क्या है ?
आपको आश्चर्य होगा कि हम बिना सोचे-समझे कितनी डिजिटल अव्यवस्था जमा कर लेते हैं। अप्रयुक्त ऐप्स, भूली हुई फ़ाइलें और यहां तक कि उपेक्षित फ़ोल्डर भी। यह सब भंडारण लेता है और आपके उपकरणों को अधिक ऊर्जा का उपयोग करके अधिक मेहनत करने के लिए मजबूर करता है। इस डिजिटल अव्यवस्था को दूर करके, आप वास्तव में अपनी डिवाइस पर डिजिटल अपशिष्ट कटौती का अभ्यास कर सकते हैं.
आपको इसमें क्यों शामिल होना चाहिये
ऊर्जा बचाएं: छोटे डिजिटल फ़ुटप्रिंट से ऊर्जा का उपयोग कम होता है, जो हमेशा एक अच्छी बात है।
एक सुव्यवस्थित डिजिटल वातावरण आपके गैजेट को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है।
उन्नत सुरक्षा: अप्रयुक्त या पुरानी फ़ाइलें और ऐप्स हैकर्स के लिए प्रवेश द्वार हो सकते हैं, इसलिए उनसे छुटकारा पाएं।
लागत बचत: अतिरिक्त मेमोरी/स्टोरेज या नए उपकरणों की कम आवश्यकता का मतलब है आपकी जेब में अधिक पैसा बचे। साथ इलेक्ट्रॉनिक कचरा में कमी हो, इसलिए अपील की जा रही है कि आगे बढ़ें और अपने फोन, लैपटॉप और क्लाउड स्टोरेज को बहुत जरूरी साफ-सुथरा बनाएं, याद रखें, एक स्वच्छ डिजिटल डिवाइस रखे।
“हॉली क्रॉस स्कूल में पढ़ने वाली 8 वीं की छात्रा समृद्धि ने कहा कि शहर के साथ मोबाइल और टैबलेट को भी साफ रखना चाहिए। कई तरह की फाइलो का कचरा अनुपयोगी एप्स डाउनलोड करने से मोबाइल हैंग होता है. जरुरी डाटा समय पर नही मिलता है। अगर हम अपने मोबाइल को क्लीन रखेंगे तो काम करने में आसानी होगी और मोबाइल भी जल्दी खराब नही होगा। छात्रा का यह सुझाव बेहतर था। हमने अपने अधिकारियों से इसकी चर्चा की सभी ने इस आइडिया को सराहा और इसके बाद इसे डिजिटल डिटॉक्स का नाम देकर जागरूकता शुरू कर दी गई है।
“होलीक्रास स्कूल और समृद्धि को धन्यवाद कहूंगा की वो हमारे सफाई मित्र बने, आपने हमारे सफाई के इस अभियान में हमेशा की तरह एक नया आइडिया एक नया बल दिया है। अंबिकापुर ने पुनः दिखा दिया की संपूर्ण स्वच्छता की सोच का जन्म वही से होता है। हम लगातार अंबिकापुर और छत्तीसगढ़ को स्वच्छता के मॉडल के रूप में आगे बढ़ाते रहेंगे”।
नितेश शर्मा
एडवाइजर
सूडा छत्तीसगढ़।